आंध्र प्रदेश में चलती बस में आग, 20 जिंदा जले:बाइक टकराकर बस के फ्यूल टैंक में फंसी, इससे आग लगी; 40 यात्री सवार थे
आग लगी, शॉर्ट सर्किट हुआ और दरवाजा नहीं खुला
कुर्नूल रेंज के DIG कोया प्रवीण ने न्यूज एजेंसी PTI को बताया कि बस में सवार यात्रियों में से 19 लोग, दो बच्चे और दो चालक बाल-बाल बच गए। आग लगने के बाद बस में शॉर्ट सर्किट हुआ। इससे बस का दरवाजा जाम हो गया और कुछ ही मिनटों में गाड़ी पूरी तरह जलकर खाक हो गई। पुलिस ने आगे बताया कि ज्यादातर लोग 25 से 35 साल के थे।
कलेक्टर ने जारी किए हेल्पलाइन नंबर्स
हादसे के बाद कुर्नूल जिला कलेक्टर डॉ. ए सिरी घटनास्थल पर पहुंचीं, उन्होंने बताया कि बस हादसे के पीड़ितों की मदद और परिवार के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं। इनमें कलेक्ट्रेट कंट्रोल रूम 08518-277305, सरकारी अस्पताल कुर्नूल 9121101059, स्पॉट कंट्रोल रूम 9121101061, कुर्नूल पुलिस कंट्रोल रूम 9121101075, जीजीएच हेल्प डेस्क के 9494609814, 9052951010 नंबरों पर फोन लगाकर जानकारी ले सकते हैं।
पीएम मोदी ने भी हादसे पर दुख जताया। उन्होंने एक्स पर लिखा कि कुर्नूल का हादसा दुखद है। मेरी संवेदनाएं मृतकों के परिवार के साथ है। उन्होंने पीएम रिलीफ फंड से मृतकों के परिवार के लिए ₹2 लाख का और घायलों के लिए ₹50000 दिए जाने का ऐलान किया।
10 दिन पहले राजस्थान में जिंदा जल गए थे 22 यात्री
ऐसा ही एक हादसा राजस्थान के जैसलमेर में जैसलमेर-जोधपुर हाईवे पर 14 अक्टूबर की दोपहर 3.30 बजे हुआ था, जब चलती एसी स्लीपर बस में आग लग गई थी। इस हादसे में भी 22 यात्रियों की जिंदा जलने से मौत हो गई थी।
आग लगने से बस का गेट लॉक हो गया था, ऐसे में लोगों को बाहर निकलने का मौका नहीं मिला। लोग कांच तोड़कर कूदे और जान बचा लेने की गुहार लगाते रहे। आर्मी ने JCB लगाकर बस का गेट तोड़ा और लोगों का रेस्क्यू किया था।
जैसलमेर रूट पर जो बस हादसे का शिकार हुई, उसके अंदर फाइबर की बॉडी और परदे लगे थे। ऐसे में आग जल्दी-जल्दी बढ़ती रही। बस की खिड़कियां कांच की थी। जैसे ही बस की वायरिंग ने आग पकड़ी, इसका दरवाजा लॉक हो गया। अचानक फैली आग से लोगों को बचने का मौका नहीं मिला। ड्राइवर और कंडक्टर सबसे पहले दरवाजा तोड़कर बाहर निकले थे।
