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कुल्लू में आज प्रदर्शन करेंगे लोग; कंगना समेत मोदी के करीबी रामसिंह भी विरोध में उतरे |

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट बिजली महादेव रोप-वे का हिमाचल में विरोध हो रहा है। इसके खिलाफ आज (शुक्रवार को) कुल्लू के ढालपुर मैदान में लोग प्रदर्शन करेंगे। सांसद कंगना रनोट और PM मोदी के करीबी राम सिंह समेत कई भाजपा नेता भी इस प्रोजेक्ट का विरोध कर रहे हैं।

कुल्लू के लोगों के आराध्य बिजली महादेव मंदिर को रोप-वे प्रोजेक्ट के कारण इतिहास में पहली बार आम श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए बंद किया गया है। देव आदेशों से अगले 6 महीने तक देशभर से यहां पहुंचने वाले लोग बिजली महादेव के दर्शन नहीं कर पाएंगे। इससे कुल्लू में रोपवे प्रोजेक्ट को लेकर सियासी पारा गरमा गया है।

बिजली महादेव प्रोजेक्ट का विरोध क्यों?

  • बिजली महादेव संघर्ष समिति के अध्यक्ष सुरेश नेगी ने बताया कि घाटी की जनता नहीं चाहती कि यहां रोप-वे बनाया जाए। यह देव आस्था के साथ खिलवाड़ है। इससे पर्यावरण को भी नुकसान होगा। इसलिए आज कुल्लू की जनता इसके विरोध में सड़कों पर उतरेगी।
  • खराहल घाटी के ग्रामीणों का कहना है कि बिजली महादेव ने देव वाणी में कहा कि उन्हें रोपवे स्वीकार नहीं है। देव आस्था वाले लोग इसलिए इस प्रोजेक्ट का विरोध कर रहे हैं।
  • इस रोप-वे के लिए खराहल घाटी में बड़ी संख्या में देवदार के पेड़ काटे जा रहे हैं। ग्रामीणों को डर है कि इससे भविष्य में लैंडस्लाइड जैसी घटनाएं बढ़ेगी।
  • बुजुर्ग शिवनाथ ने इस प्रोजेक्ट के लगने पर आत्मदाह तक की चेतावनी दी है। उन्होंने कहा, क्षेत्र में किसी भी सूरत में रोपवे प्रोजेक्ट नहीं लगना चाहिए।
  • प्रोजेक्ट बनने के बाद काफी संख्या में लोग बिजली महादेव पहुंचना शुरू होंगे। इससे गंदगी फैलेगी।

रोपवे के 3 फायदे?

  • बिजली महादेव के लिए यदि रोप-वे बनता है, तो कुल्लू की खराहल घाटी के टॉप पर स्थित बिजली महादेव मंदिर पहुंचने के लिए लोगों को ट्रैफिक जाम का सामना नहीं करना पड़ेगा।
  • 3 घंटे का सफर महज 7 मिनट में पूरा होगा। इस से रोजाना 36 हजार यात्रियों की आवाजाही संभव होगी। यह ऑल वेदर कनेक्टिविटी प्रदान करेगा।
  • देशभर से कुल्लू आने वाले पर्यटक आसानी से बिजली महादेव पहुंच सकेंगे।

PM मोदी कई बार बिजली महादेव गए

इस प्रोजेक्ट का जिक्र PM मोदी ने 5 नवंबर 2017 को एक जनसभा में भी किया था। नरेंद्र मोदी जब हिमाचल भाजपा के प्रभारी थे, तो उस दौरान वह कई बार बिजली महादेव के दर्शन को यहां पहुंचे। मोदी एक बार बिजली महादेव जाते वक्त भाजपा नेता एवं APMC कुल्लू के पूर्व चेयरमैन राम सिंह के घर पर रुके थे।

वहीं राम सिंह अब इस प्रोजेक्ट का विरोध कर रहे हैं। BJP के पूर्व जिला अध्यक्ष अरविंद चंदेल और पूर्व प्रत्याशी नरोत्तम ठाकुर भी इस प्रोजेक्ट के विरोध में खड़े हो गए हैं। पूर्व मंत्री एवं सांसद महेश्वर सिंह शुरू से ही इस प्रोजेक्ट का विरोध कर रहे हैं। मगर, जब इस प्रोजेक्ट का भूमि पूजन किया गया, तो उन्होंने इसमें शिरकत की। हालांकि बाद में उन्होंने मीडिया बयान जारी करके इसका खंडन किया।

2.3 किलोमीटर लंबा रोप-वे

इस रोप-वे का निर्माण मोहल नेचर पार्क से नेशनल हाईवे लॉजिस्टिक मैनेजमेंट लिमिटेड (NHLML) द्वारा किया जा रहा है। 2.3 किलोमीटर लंबे रोप-वे को 2026 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। यह रोपवे 'पर्वत माला प्रोजेक्ट' के तहत मंजूर किया गया था। इसमें एक केबल कार में 10 लोग बैठ सकेंगे।

कुल्लू की जनता 3 तरफ बंटी

कुल्लू से कांग्रेस विधायक सुंदर सिंह ठाकुर समेत कई नेता इस प्रोजेक्ट के समर्थन में आगे आए हैं। कुछ लोग देव आदेशों का हवाला देकर किसी भी सूरत में प्रोजेक्ट नहीं लगने देने की चेतावनी दे चुके हैं। कुछ लोग इसे टूरिज्म के लिए अच्छा कदम बता रहे हैं। देव समाज पर आस्था रखने वाले लोगों का कहना है कि इससे बिजली महादेव में गंदगी के साथ साथ पर्यावरण को भी नुकसान होगा।

कंगना रनोट भी कह चुकीं हैं कि यदि देव समाज के लोग नहीं चाहते तो यह प्रोजेक्ट बंद होना चाहिए, क्योंकि उनके लिए देवता का आदेश आधुनिकीकरण से ज्यादा जरूरी है।

गडकरी ने मार्च 2024 में शिलान्यास किया

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने मार्च 2024 में इस प्रोजेक्ट का वर्चुअली शिलान्यास किया और इस प्रोजेक्ट के लिए 272 करोड़ रुपए मंजूर किए थे।


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