कोच्चि में टेकऑफ से पहले एअर इंडिया प्लेन में खराबी:दिल्ली जाने वाली फ्लाइट रद्द; इसमें सवार सांसद बोले- लगा विमान रनवे पर फिसल गया
केरल के कोच्चि एयरपोर्ट पर सोमवार रात एअर इंडिया के प्लेन में टेकऑफ से पहले खराबी आ गई। फ्लाइट कोच्चि से दिल्ली जाने वाली थी। कोच्चि इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (CIAL) ने बताया कि तकनीकी खराबी के कारण फ्लाइट कैंसिल करनी पड़ी।
एअर इंडिया ने अपने बयान में बताया कि फ्लाइट संख्या AI504 में उड़ान भरने के दौरान तकनीकी खराबी का पता चला। कॉकपिट क्रू ने प्रोटोकॉल का पालन करते हुए उड़ान नहीं भरने का फैसला किया और विमान को रखरखाव जांच के लिए वापस बे में ले आए।
फ्लाइट ट्रैकिंग वेबसाइट फ्लाइटरडार24.कॉम पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार, फ्लाइट संख्या AI504 को एयरबस A321 एयरक्राफ्ट से ऑपरेट किया जाना था। CIAL ने बताया कि अब एअर इंडिया दूसरे एयरक्राफ्ट से यात्रियों को दिल्ली भेजने की तैयारी कर रही है।
फ्लाइट में एर्नाकुलम से कांग्रेस के लोकसभा सांसद हिबी ईडन भी सवार थे। ईडन ने फेसबुक पर एक पोस्ट में बताया, 'विमान AI 504 में कुछ एबनॉर्मल था। ऐसा लगा जैसे विमान रनवे पर फिसल गया।' फ्लाइट में कुल कितने यात्री सवार थे, इसकी जानकारी सामने नहीं आई है।
तकनीकी खराबी के कारण एअर इंडिया की मिलान-दिल्ली फ्लाइट रद्द इससे पहले शनिवार को एअर इंडिया की मिलान-दिल्ली फ्लाइट पुशबैक के दौरान तकनीकी खराबी के कारण रद्द कर दी गई थी। एयरलाइन ने रविवार को बताया कि टेकऑफ की तैयारी के दौरान रखरखाव संबंधी खराबी का पता चला था।
बाद में फ्लाइट के क्रू मेंबर्स का ड्यूटी समय भी पूरा हो गया था, जिससे कारण टेकऑफ करना असुरक्षित और नियमों के खिलाफ था। एअर इंडिया ने फ्लाइट कैंसिल होने को लेकर यात्रियों से माफी भी मांगी थी।
3 अगस्त को एअर इंडिया की दो फ्लाइट्स कैंसिल हुई थीं इससे पहले 3 अगस्त को भी एअर इंडिया की दो फ्लाइट्स इसी तरह के कारणों से कैंसिल कर दी गई थीं। 3 अगस्त को एअर इंडिया की फ्लाइट AI349 सिंगापुर से चेन्नई के लिए उड़ान भरने वाली थी, लेकिन रखरखाव संबंधी खराबी का हवाला देते हुए रद्द कर दी गई।
इसी दिन, भुवनेश्वर से दिल्ली जाने वाली एअर इंडिया की फ्लाइट AI500 टेकऑफ से पहले तकनीकी समस्या के कारण रद्द कर दी गई थी। एयरलाइन ने अपने बयान में बताया था कि टेकऑफ से पहले केबिन का तापमान बढ़ गया था।
12 जून को अहमदाबाद में ड्रीमलाइनर क्रैश के बाद से एअर इंडिया की तरफ से फ्लाइट्स रद्द करने के मामले लगातार सामने आए हैं। अहमदाबाद प्लेन क्रैश में 270 लोगों की जान गई थी। विमान में 242 लोग सवार थे। जिस मेडिकल हॉस्टल पर विमान गिरा था, वहां 29 लोगों की जान गई थी।
इस घटना के बाद से टाटा ग्रुप के स्वामित्व वाली यह एयरलाइन कड़ी जांच के घेरे में है। एअर इंडिया पहले से भी ऑपरेशन से जुड़ी चुनौतियों, जैसे देरी, सर्विस से जुड़ी शिकायतें और रखरखाव संबंधी समस्याओं, के कारण आलोचनाओं का सामना करती रही हैं।
DGCA ऑडिट में एअर इंडिया से जुड़ी 100 गड़बड़ियां मिलीं विमानों की सुरक्षा देखने वाली संस्था नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) के ऑडिट में भी एअर इंडिया के कामकाज में कई सुरक्षा उल्लंघन मिले। न्यूज एजेंसी PTI ने 30 जुलाई को बताया था कि DGCA ऑडिट में एअर इंडिया के पायलटों और केबिन क्रू की ट्रेनिंग, उनके आराम और ड्यूटी के नियम और उड़ान भरने-उतरने से जुड़े मानकों में करीब 100 तरह की गड़बड़ियां मिलीं।
इनमें से 7 गड़बड़ियां 'लेवल-1' की हैं। ये सबसे गंभीर सुरक्षा जोखिम हैं। एयरलाइन को इन्हें 30 जुलाई तक ठीक करने के लिए कहा गया था। बाकी 44 खामियों को 23 अगस्त तक सुधारने को कहा गया है। एअर इंडिया ने एक बयान में ऑडिट नतीजों को स्वीकार किया और कहा कि वे तय समय के अंदर DGCA को अपना जवाब देंगे।
इससे पहले DGCA ने 23 जुलाई को एअर इंडिया को चार कारण बताओ नोटिस भेजे थे। ये केबिन क्रू के आराम और ड्यूटी नियमों, ट्रेनिंग रूल्स, और ऑपरेशनल प्रोसीजर के उल्लंघन को लेकर थे।