इंडिगो टर्किश विमानों की लीज 6 महीने और बढ़ा सकेगी:DGCA ने मंजूरी दी; पहले 31 अगस्त तक खत्म करने का आदेश दिया था
एयरलाइन कंपनी इंडिगो को गुरुवार को बड़ी राहत मिली। डायरेक्टर जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) ने इंडिगो को टर्किश एयरलाइंस से बोइंग 777 विमानों की लीज छह महीने और बढ़ाने की मंजूरी दी। अब यह करार फरवरी 2026 तक चलेगा।
इन विमानों से दिल्ली और मुंबई से इस्तांबुल के लिए उड़ानें संचालित होती हैं। एयरलाइन के प्रवक्ता ने कहा कि यह मंजूरी बेहद अहम समय पर मिली है। इससे मौजूदा भू-राजनीतिक हालात में फ्लाइट संचालन में स्थिरता और यात्रियों को सुविधा मिलेगी। इंडिगो ने कहा,
इससे भारत को हवाई सेवाओं में नुकसान से बचाने में मदद मिलेगी और यात्रियों को पीक सीजन में इस्तांबुल और अन्य जगहों तक सीधी कनेक्टिविटी भी बनी रहेगी।
इससे पहले 30 मई को DGCA ने यह लीज 31 अगस्त तक खत्म करने का आदेश दिया था। DGCA ने कहा था कि इंडिगो करार आगे बढ़ाने की अनुमति नहीं मांगे। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान तुर्किये ने पाकिस्तान का समर्थन किया था। इसके चलते भारत सरकार की ओर से यह फैसला लिया गया था।
इस्तांबुल रूट पर छोटे विमान कारगर नहीं
सूत्रों के मुताबिक, इंडिगो छोटे A321 विमान इस्तांबुल रूट पर लगाने पर विचार कर रही थी, लेकिन पाकिस्तान का हवाई क्षेत्र बंद होने से यह संभव नहीं हो सका। छोटे विमानों में लंबी दूरी तक ईंधन ले जाने की क्षमता नहीं होती।
30 मई- DGCA ने डील को तीन महीने बढ़ाया
इससे पहले DGCA ने 30 मई को कहा था कि इंडिगो की टर्किश एयरलाइंस के साथ लीज ड्यूरेशन को आखिरी बार सिर्फ तीन महीने के लिए बढ़ाया जा रहा है। इसके बाद इसे बढ़ाया नहीं जाएगा। साथ ही DGCA ने इंडिगो से टर्किश एयरलाइंस के साथ लीज एग्रीमेंट खत्म करने को भी कहा था।
DGCA ने कहा था- आगे और एक्सटेंशन नहीं मिलेगा
30 मई को इंडिगो ने DGCA से टर्किश एयरलाइंस के साथ लीज को छह महीने के लिए बढ़ाने की अपील की थी। DGCA ने कहा था कि यह एक्सटेंशन इंडिगो के इस कमिटमेंट पर बेस्ड है कि एयरलाइन इस एक्सटेंशन पीरियड के भीतर ही टर्किश एयरलाइन के साथ डैम्प लीज को खत्म कर देगी और इन ऑपरेशन के लिए कोई और एक्सटेंशन नहीं मांगेगी।
15 मई को तुर्किये की कंपनी सेलेबी की सुरक्षा मंजूरी रद्द की थी
वहीं 15 मई को एविएशन सिक्योरिटी रेगुलेटर BCAS ने "राष्ट्रीय सुरक्षा के हित में" तुर्किये की कंपनी सेलेबी एयरपोर्ट सर्विसेज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड की सुरक्षा मंजूरी रद्द कर दी थी।यह कदम तुर्की द्वारा पाकिस्तान का समर्थन करने और पड़ोसी देश में आतंकवादी शिविरों पर भारत के हमलों की निंदा करने के कुछ दिनों बाद उठाया गया था।