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तमिलनाडु विधानसभा चुनाव से पहले NDA से अलग हुए दिनाकरन

दिनाकरन का आरोप है कि AIADMK खासतौर पर पलानीस्वामी ने AMMK को गठबंधन में शामिल करने का विरोध किया था। दिनाकरन ने अमित शाह से हस्तक्षेप की उम्मीद की थी, लेकिन कुछ नहीं हुआ।कभी भाजपा के दृढ़ सहयोगी रहे दिनाकरन ने कहा कि उनकी पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के साथ विचार के बाद दिसंबर में नए गठबंधन पर फैसला लेगी।

तमिलनाडु चुनाव से पहले NDA गठबंधन पर खतरा

पूर्व मुख्यमंत्री ओ पन्नीरसेल्वम ने हाल ही में भाजपा गठबंधन छोड़ दिया था। अब AMMK भी साथ छोड़ चुकी है। PMK के संगठनात्मक नेता रामदास और नेता अंबुमणि के बीच टकराव के चलते यह स्पष्ट नहीं है कि पार्टी भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन में रहेगी या नहीं। DMDK भी इसी स्थिति में है।

राज्य में नाम तमिलर काची (एनटीके) और टीवीके ने पुष्टि की है कि वे स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ेंगे। दिनाकरन के एनडीए से बाहर निकलने और गठबंधन के विकल्प खुले रखने का कदम राज्य के राजनीतिक परिदृश्य और हलचल बढ़ा रहा है।

2026 में होने हैं तमिलनाडु विधानसभा चुनाव

तमिलनाडु का 2026 में होने वाला विधानसभा चुनाव ऐसा चुनाव है जो तमिलनाडु का भाग्य तय कर सकता है। दिनाकरन ने मीडिया से चर्चा के दौरान कहा- हम इस चुनाव में अम्मा के कार्यकर्ताओं के एकजुट होने और सही मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार देने का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। हमने किसी के हाशिये पर जाने का इंतजार नहीं किया, किसी के डर से कोई काम नहीं किया।

AMMK प्रमुख ने कहा- हमें उम्मीद थी कि अम्मा के कार्यकर्ता हमारे साथ आएंगे, और अम्मा की पार्टी के लोग इसके लिए उचित प्रयास करेंगे। लेकिन जब हमने उन्हें शहर-शहर भटकते देखा, अपने विश्वासघात को सिर पर ढोते हुए, तो हमें समझ आ गया कि अब कोई रास्ता नहीं है, उनके बदलने की कोई संभावना नहीं है।

 

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