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मेहुल चोकसी का प्रत्यर्पण, केंद्र का बेल्जियम को लेटर

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बेल्जियम सरकार को प्रत्यर्पण अपील में आश्वासन दिया है कि हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी के साथ भारत में मानवीय व्यवहार किया जाएगा। गृह मंत्रालय ने अपने लेटर में उस सेल के बारे में भी बताया कि जिसमें चोकसी को रखा जाएगा।

केंद्र ने कहा कि चोकसी को मुंबई के आर्थर रोड जेल के बैरक नंबर 12 में रखा जाएगा। वहां छह लोगों के रहने की क्षमता है। लेटर भेजे जाने तक बैरक की दो कोठरियां खाली थीं। बैरक में सोने के लिए साफ, कॉटन की मोटी चटाई (गद्दा), तकिया, चादर और कंबल शामिल हैं।

लेटर में आगे कहा गया है कि चोकसी को पीने का साफ पानी और चौबीसों घंटे मेडिकल सुविधाएं मिलेंगी। केंद्र ने कहा कि डॉक्टरों की सलाह या कोर्ट ऑर्डर के आधार पर मेटल या लकड़ी का बेड उपलब्ध कराया जा सकता है।

भारत के बिजनेसमैन मेहुल चोकसी पर पंजाब नेशनल बैंक के ₹13,850 करोड़ के धोखाधड़ी का आरोप है। भारतीय जांच एजेंसियों के प्रत्यर्पण की अपील पर, चोकसी को 12 अप्रैल को बेल्जियम में गिरफ्तार किया गया था। वह और उसका भतीजा नीरव मोदी, PNB धोखाधड़ी मामले में मुख्य आरोपी हैं।

स्विट्जरलैंड भागने की तैयारी कर रहा था चोकसी

मेहुल चोकसी को लेकर मार्च में खुलासा हुआ था कि वह बेल्जियम में है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, मेहुल पत्नी प्रीति चोकसी के साथ रह रहा था, जिन्हें बेल्जियम की नागरिकता मिली है। बेल्जियम के विदेश मंत्रालय ने ही भारत को चोकसी की मौजूदगी की जानकारी दी थी।

सूत्रों के मुताबिक, मेहुल चोकसी बेल्जियम से स्विट्जरलैंड भागने की कोशिश कर रहा था। पुलिस ने चोकसी को गिरफ्तार करते समय दो गिरफ्तारी वारंट का हवाला दिया। ये मुंबई की एक अदालत ने जारी किए थे। ये वारंट 23 मई 2018 और 15 जून 2021 के थे।

पत्नी की मदद से हासिल किया रेजिडेंसी कार्ड

चोकसी ने 15 नवंबर 2023 को बेल्जियम का ‘एफ रेजिडेंसी कार्ड’ हासिल किया था, जो कथित तौर पर उसकी बेल्जियन नागरिक पत्नी की मदद से प्राप्त किया गया था। रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि चोकसी ने बेल्जियम अधिकारियों को फर्जी दस्तावेज सौंपे थे। उसने अपनी भारतीय और एंटीगुआ की नागरिकता छिपाकर गलत जानकारी दी, ताकि उसे भारत न भेजा जा सके।

2018 में भारत छोड़ने से पहले ही चोकसी ने 2017 में ही एंटीगुआ-बारबूडा की नागरिकता ले ली थी। चोकसी बार-बार खराब सेहत का हवाला देकर भारत में पेशी पर आने से इनकार करता रहा। कभी-कभी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ही उसकी पेशी होती थी। भारत में उसकी कई संपत्तियां भी जब्त की जा चुकी हैं।

एंटीगुआ से डोमिनिका पहुंचा, जेल में 51 दिन रहा था

चोकसी मई 2021 में एंटीगुआ से पड़ोसी देश डोमिनिका पहुंच गया था। यहां उसे अरेस्ट कर लिया गया। CBI की एक टीम उसका प्रत्यर्पण कराने के लिए डोमिनिका पहुंची, लेकिन इसके पहले ही ब्रिटिश क्वीन की प्रिवी काउंसिल से उसे राहत मिल गई। बाद में उसे फिर एंटीगुआ के हवाले कर दिया गया।

हालांकि, डोमिनिका की जेल में मेहुल चोकसी को 51 दिन गुजारने पड़े थे। यहां उसने दलील दी थी कि वो एंटीगुआ जाकर वहां के एक न्यूरोलॉजिस्ट से ट्रीटमेंट कराना चाहता है। एंटीगुआ पहुंचने के कुछ दिन बाद डोमिनिका की अदालत ने चोकसी के खिलाफ दर्ज केस भी खारिज कर दिए।