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अहमदाबाद प्लेन क्रैश, कैप्टन सभरवाल के पिता का आरोप:AAIB ने सिर्फ पायलट की गलतियां बताईं

अहमदाबाद प्लेन क्रैश में मारे गए कैप्टन सुमीत सभरवाल के 91 साल के पिता पुष्करराज सभरवाल ने केंद्र सरकार से हादसे की नए सिरे से जांच की मांग की है। उन्होंने एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) की प्राइमरी जांच रिपोर्ट पर भी सवाल उठाए।

पुष्करराज ने नागरिक उड्डयन मंत्रालय को लेटर लिखकर कहा- मीडिया में कुछ चुनिंदा बातें लीक करके यह अटकलें लगाई जा रही हैं कि कैप्टन सभरवाल बहुत ज्यादा डिप्रेशन में थे और आत्महत्या करना चाहते थे। इन बातों से कैप्टन सभरवाल की प्रतिष्ठा धूमिल हुई है। मेरे स्वास्थ्य और मानसिक स्थिति पर भी बहुत गहरा असर पड़ा है।

दरअसल, AAIB ने अहमदाबाद प्लेन क्रैश पर अपनी प्राइमरी रिपोर्ट​​​​​​ ​12 जुलाई को जारी की थी। इसमें बताया था कि फ्लाइट के दोनों इंजनों में फ्यूल सप्लाई स्विच बंद हो गए थे। अमेरिकी अखबार वॉल स्ट्रीट जर्नल की एक रिपोर्ट में दावा किया गया था कि पायलट ने स्विच बंद किया था।

अहमदाबाद से लंदन जा रहा एअर इंडिया का बोइंग 787-8 विमान 12 जून को टेकऑफ के कुछ ही देर बाद एक मेडिकल हॉस्टल की इमारत से टकरा गया था। इसमें 270 लोगों की मौत हो गई थी। सुमीत सभरवाल फ्लाइट के मुख्य पायलट और क्लाइव कुंदर को-पायलट थे।

पुष्करराज बोले- बेटे से 25 सालों में एक भी दुर्घटना नहीं हुई

सुमीत सभरवाल के पिता ने लेटर में लिखा- सुमीत का 15 साल पहले तलाक हो गया था। उनकी मां को गुजरे तीन साल हो गए हैं। उसके बाद, कैप्टन सभरवाल ने बिना किसी हादसे के 100 से ज्यादा फ्लाइट्स ऑपरेट कीं। 25 सालों के करियर में, उनके साथ एक भी दुर्घटना नहीं हुई।

उनके पिता ने कहा- सुमीत को 15,638 घंटों की उड़ान अनुभव था। वे एक पायलट प्रशिक्षक भी थे। मेरे बेटे के निजी जीवन की घटनाओं को तोड़-मरोड़कर पेश किया जा रहा है। मेरे बेटे पर शक पैदा करने वाली ऐसी कोई भी जानकारी मीडिया के साथ साझा नहीं किया जाना चाहिए।

पायलट के पिता बोले- बोइंग ने सॉफ्टवेयर बदलाव छिपाए थे

पुष्कराज सभरवाल ने विमान बनाने वाली कंपनी बोइंग पर भी सवाल उठाए और कहा कि हाल ही में बोइंग के दो विमान हादसे का शिकार हुए हैं। इनमें एक इथियोपियन एयरलाइंस का विमान था। इस हादसे के बाद अमेरिकी जांच में पाया गया था कि बोइंग ने फ्लाइट ऑपरेशन सॉफ्टवेयर में कुछ बदलाव किए थे और पायलटों से यह बात छिपाई थी।

पुष्कराज ने मांग की है कि केंद्र सरकार विमान (दुर्घटनाओं और घटनाओं की जांच) नियम, 2017 के नियम 12 के तहत प्लेन क्रैश की औपचारिक जांच का आदेश दे। इस नियम के तहत, केंद्र को भारतीय पंजीकृत विमान की किसी भी हादसे की औपचारिक जांच करने का अधिकार है।

पायलट संगठन ने कहा था- पायलटों की छवि खराब करने की कोशिश

एअर इंडिया के विमान हादसे की शुरुआती जांच रिपोर्ट को लेकर पायलटों के संगठन फेडरेशन ऑफ इंडियन पायलट्स (FIP) ने आपत्ति जताई थी। संगठन ने कहा था कि बिना पूरी और पारदर्शी जांच के पायलटों पर दोष डालना जल्दबाजी और गैर-जिम्मेदाराना है।

FIP अध्यक्ष सीएस रंधावा ने कहा था कि पायलट संगठनों को जांच में शामिल नहीं किया गया और रिपोर्ट को जिस तरह से पेश किया गया है, वह एकतरफा और अधूरी है। उन्होंने कहा कि रिपोर्ट में सिर्फ कॉकपिट की बातचीत के कुछ हिस्सों को चुनकर पेश किया गया है और पायलटों की छवि खराब करने की कोशिश हो रही है।