25 सीटें-आयोग में पद, क्या है चिराग की प्रेशर पॉलिटिक्स
धर्मेंद्र प्रधान के साथ मीटिंग में चिराग की तीन बड़ी डिमांड
1. टिकट नहीं तो आयोग या बोर्ड में जगह मिले पिछली बार चिराग पासवान की पार्टी 135 सीटों पर चुनाव लड़ी थी। सभी कैंडिडेट आज भी पार्टी में हैं। इस बार सभी को टिकट नहीं मिल पाएगा। उन्हें कहीं और सेट करना होगा।
चिराग ने भी कहा है कि जरूरी नहीं कि हम सभी को विधायक ही बनाएं। अभी आयोग, बोर्ड और दूसरे विभागों में नेताओं को जो पद मिलते हैं, वहां छोटी पार्टियों को नजरअंदाज किया जाता है। चुनाव के बाद मेरी पार्टी के कार्यकर्ताओं को भी जगह दी जाए।
2. किसी खास इलाके में नहीं, पूरे राज्य में सीटें मिले चिराग सिर्फ एक इलाके में नहीं, राज्य के लगभग सभी इलाकों में सीटें चाहते हैं। खास तौर पर शाहाबाद और मगध के इलाकों के अलावा वैशाली, समस्तीपुर, खगड़िया के उन जिलों में भी, जहां लोक जनशक्ति पार्टी (आर) के सांसद हैं। ऐसा इसलिए ताकि पार्टी का विस्तार पूरे राज्य में हो सके।
3. बड़े नेताओं को उनकी पसंद की सीटें मिलें चिराग अपनी पार्टी के बड़े नेताओं के लिए उनकी पसंद की सीटें चाहते हैं। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राजू तिवारी मोतिहारी की गोविंदगंज सीट से चुनाव लड़ना चाहते हैं। इसी तरह कुछ और बड़े नेताओं के लिए फिक्स सीट चाहते हैं। इन सीटों पर अभी BJP या JDU के विधायक हैं।
BJP सूत्रों के मुताबिक, चिराग की डिमांड के बाद BJP और JDU की टॉप लीडरशिप के बीच मीटिंग हुई। इसमें चिराग की कुछ डिमांड को मान लिया गया। कुछ मुद्दों पर चिराग भी पीछे हट सकते हैं। इसके बाद आज सीट शेयरिंग का ऐलान हो सकता है।
संतोष मांझी बोले- किसे कितनी सीटें, लगभग तय दैनिक भास्कर ने हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष मांझी से पूछा कि क्या NDA में सब फाइनल हो गया है? उन्होंने जवाब दिया, ’लगभग सब तय है। जल्द इसकी घोषणा हो जाएगी।’
NDA की अगली मीटिंग पर उन्होंने कहा कि 8 अक्टूबर को बैठक बुलाई गई है। शायद इसमें सब फाइनल हो जाए। पार्टी कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगी, संतोष मांझी ने इसका जवाब नहीं दिया।
उपेंद्र कुशवाहा खामोश, 12-15 सीटों की डिमांड NDA की पांचवी पार्टी राष्ट्रीय लोक मोर्चा के चीफ उपेंद्र कुशवाहा अब तक खामोश हैं। सूत्र बताते हैं कि उपेंद्र कुशवाहा ने धर्मेंद्र प्रधान के सामने 12 से 15 सीटों की मांग रखी है। धर्मेंद्र प्रधान ने कहा है कि इस पर विचार करने के बाद फैसला लिया जाएगा। बैठक के बाद अब तक उपेंद्र कुशवाहा और धर्मेंद्र प्रधान दोनों ने कुछ नहीं कहा है। माना जा रहा है कि राष्ट्रीय लोक मोर्चा को 4-5 सीटें मिल सकती हैं।
उपेंद्र कुशवाहा की नई पार्टी पहली बार चुनाव मैदान में उतरेगी। हालांकि, कुशवाहा इससे पहले राष्ट्रीय लोक समता पार्टी बनाकर चुनाव लड़ चुके हैं। 2014 लोकसभा चुनाव में पार्टी ने 3 सीटें जीती थीं। तब वे केंद्र में मंत्री बने। 2015 के विधानसभा चुनाव में पार्टी सिर्फ 2 सीटें जीत पाई थी।
JDU ने सहयोगियों को मनाने की जिम्मेदारी BJP पर छोड़ी JDU ने चिराग पासवान से लेकर जीतन राम मांझी तक सभी को मनाने और उनके साथ डील फाइनल करने की जिम्मेदारी BJP को दे दी है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, JDU ने साफ किया है कि हम बस अपनी सीटों के लिए जिम्मेदार हैं।
चिराग पासवान और जीतन राम मांझी कितनी सीटों और इलाकों में लड़ेंगे, ये सब तय करने की जिम्मेदारी BJP की होगी। चिराग और मांझी दोनों को गठबंधन में शामिल कराने में भी BJP की ही भूमिका थी।