पहले 16 मंत्रियों का इस्तीफा, फिर 26 की शपथ:गुजरात कैबिनेट में 19 नए चेहरे, 3 महिलाओं को जगह; CM समेत 8 मंत्री पटेल समाज से
फेरबदल की 5 वजह, चुनावी तैयारी और जातीय संतुलन अहम
- स्ट्रेटेजिक रीसेट: भाजपा ने सभी 16 मंत्रियों से इस्तीफा मांगा, ताकि नया मंत्रिमंडल बनाने के लिए पूरी आजादी मिले।
- कमजोर परफॉर्मेंस: कई मंत्रियों का प्रदर्शन कमजोर था। पार्टी उनकी जगह नए चेहरे लाना चाहती थी।
- जातीय समीकरण: पिछली कैबिनेट में 16 मंत्री थे। भाजपा पटेल कम्युनिटी को ज्यादा जगह देना चाहती थी।
- लोकल इलेक्शन: गुजरात में अगले कुछ महीनों में लोकल बॉडी चुनाव हैं। बिसावदर विधानसभा उपचुनाव हारने के बाद भाजपा नए चेहरों को मौका देना चाहती है।
- ज्यादा नेताओं की हिस्सेदारी: गुजरात विधानसभा में 182 सीटें हैं। अभी 16 मंत्री थे, जबकि कुल सीटों के 15% के हिसाब से मुख्यमंत्री के साथ 26 मंत्री बनाए जा सकते हैं।
हर्ष सिंघवी का प्रमोशन, जडेजा की पत्नी भी मंत्री
शुक्रवार को सबसे पहले हर्ष संघवी ने शपथ ली। उन्हें डिप्टी CM बनाया गया है। पिछली कैबिनेट में वे राज्य के गृह मंत्री थे। क्रिकेटर रवींद्र जडेजा की पत्नी रिवाबा को भी मंत्री बनाया गया है।
भूपेन्द्र का यह तीसरा मंत्रिमंडल होगा
भूपेन्द्र पहली बार सितंबर 2021 में CM बने थे। तब विजय रूपाणी को अचानक हटाकर उन्हें CM बनाया था। फिर विधानसभा चुनाव के बाद 12 दिसंबर 2022 को वह तीसरी बार CM और 16 विधायक मंत्री बने। अब नया मंत्रिमंडल बन रहा है।
गुजरात सर्च कर रहे लोग
गुजरात में भूपेंद्र पटेल कैबिनेट का विस्तार हो गया है। इसके बाद लोग लगातार गुजरात के बारे में गूगल पर सर्च कर रहे है। पिछले कुछ दिनों का ग्राफ देखा जाए तो साफ समझ आता है कि गुजरात की सर्चिंग से जुड़ा ग्राफ तेजी से बढ़ा है।
गुजरात नई कैबिनेट: 19 नए चेहरों को जगह
- अर्जुन मोढवाडिया, पोरबंदर
- रिवाबा जाडेजा, जामनगर
- ईश्वरसिंह पटेल , अंकलेश्वर
- जीतू भाई वाघाणी, भावनगर पश्चिम
- नरेशभाई मगनभाई पटेल, गणदेवी
- पीसी बरंडा,धोलका
- कांतिलाल अमृतिया, मोरबी
- कौशिक वेकरिया, अमरेली
- रमेशभाई कटारा,फतेपुरा
- जयराम गामित, नजर
- दर्शना एम वाघेला, आसारवा
- प्रद्युमन वाजा, कोडीनार
- मनीषा वकील, वडोदरा शहर
- प्रवीण माली, डीसा
- संजयसिंह महीडा, महुधा
- रमण सोलंकी, बोरसद
- कमलेशभाई पटेल, पेटलाद
- त्रिकम बीजल चांगा, अंजार
- स्वरूपजी ठाकोर, वाव
गुजरात में सियासी तूफान अगस्त से अक्टूबर तक ही आते हैं
दिलचस्प बात यह है कि सरकार बनने के बाद 16 बार मंत्रिमंडल का विस्तार अगस्त, सितंबर और अक्टूबर में ही हुआ है।
- 1962-1994: 12 बार:सितंबर 1965 में बलवंत राय की जगह हितेंद्र देसाई सीएम बने, तब मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ। अगस्त 1973 में चिमनभाई सीएम बने, तब अगस्त 1985, अक्टूबर 1990 में भी विस्तार हुआ।
- 1995-2007: 7 बारअक्टूबर 1995 में सुरेश मेहता ने केशुभाई की जगह ली और अक्टूबर 1996 में शंकरसिंह सीएम बने, अक्टूबर 1997 में दिलीप पारिख, अक्टूबर 2001 में मोदी के आने पर और 2003 और 2006 में भी मंत्रिमंडल बदला।
- 2008-2025: 9 बारअगस्त 2010 में, सितंबर 2011 में मोदी के कार्यकाल में, अगस्त 2016 में आनंदी पटेल के इस्तीफा। सितंबर 2021 में रूपाणी की जगह भूपेंद्र पटेल के आने पर और अब अक्टूबर में विस्तार।
