क्यों खास है दिल्ली का वासुदेव घाट, जहां छठ पूजा में उगते सूरज को अर्घ्य देंगे PM मोदी
वासुदेव घाट के दोनों तरफ भगवान सूरज के अर्घ्य देने के लिए विशेष अस्थायी घाट तैयार किए गए हैं. इसी अस्थायी घाट पर विपक्षी पार्टियों ने सवाल उठाया है. आम आदमी पार्टी के नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि अस्थायी तालाब में फिल्टर पानी भरा गया है. ISBT में बह रही यमुना नदी का BOD कम हुआ है, लेकिन अभी भी स्नान करने लायक नहीं है. यही वजह है कि एक हजार से ज्यादा स्थायी और अस्थायी तालाब बनाए गए हैं. छठ पूजा के श्रद्धालुओं के लिए विशेष तरीके का घाट बनाया गया है. आइए जानते हैं कि वासुदेव घाट में कैसी तैयारियां चल रही हैं और डुबकी प्रधानमंत्री जहां लगाएंगे.
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने दो दिन पहले कश्मीरी गेट के पास यमुना किनारे वासुदेव घाट पर छठ पूजा की तैयारियों का जायजा लिया था. दिल्ली सरकार यमुना नदी के किनारे 17 आदर्श घाट बना रही है. जबकि दिल्ली में करीब एक हजार घाट बनाए गए हैं. इससे छठ पूजा के दौरान भीड़भाड़ का सामना श्रद्धालुओं को नहीं करना पड़ेगा.
यमुना बैंक मेट्रो स्टेशन के पास छठ घाट को दोबारा खोला गया है. इससे लक्ष्मी नगर और पांडव नगर जैसे मोहल्लों में रहने वाले लोगों को फायदा होगा. पिछले 10-15 सालों में छठ पूजा दिल्ली में श्रद्धालुओं का उत्साह काफी बढ़ा है. दिल्ली में पूर्वांचल, बिहार और झारखंड से आए लोगों की जनसंख्या करीब 30% है.
