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जरूरत की खबर- मानसून में बढ़ता सांप काटने का जोखिम:घर को कैसे रखें सुरक्षित, सांप काटे तो तुरंत करें ये 5 काम, न करें 4 गलतियां

मानसून में बारिश के पानी से घास बड़ी हो जाती है। दरारों के जरिए जमीन के भीतर जाता है। इन दरारों और बिलों में पानी भरने और ठंडक बढ़ने की वजह से सांप अपने बिलों से निकलकर सूखी और सुरक्षित जगहों की तलाश करते हैं। इस दौरान वे घरों, दुकानों, खेतों और जंगलों में घुस आते हैं। खासकर ग्रामीण इलाकों में, जहां मेडिकल सुविधाएं कम हैं वहां सांपों का काटना जानलेवा बन सकता है। हालांकि, सही जानकारी और थोड़ी सी सावधानी हमें इस खतरे से बचा सकती है।

भारत सरकार के आंकड़ों के मुताबिक, भारत में हर साल 30-40 लाख लोग सर्पदंश का शिकार बनते हैं, जिसमें से 50 हजार से ज्यादा की जान चली जाती है। यह आंकड़ा दुनिया भर के सर्पदंश से होने वाली मौतों का आधे से ज्यादा है। चौंकाने वाली बात ये है कि सिर्फ 30% पीड़ित ही हॉस्पिटल पहुंच पाते हैं। सांप काटने के अधिकांश मामले मानसून सीजन में सामने आते हैं।

इसलिए आज ‘जरूरत की खबर’ में मानसून में सांपों के काटने के बारे में बात करेंगे। साथ ही जानेंगे कि-

  • बारिश में सांपों से कैसे बचा जाए?
  • घर में सांप मिले तो क्या करें?
  • सांप काटने पर क्या करें और क्या न करें?

एक्सपर्ट: लखन लाल मालवीय, सर्प विशेषज्ञ, भोपाल

एक्सपर्ट: डॉ. रोहित शर्मा, कंसल्टेंट, इंटरनल मेडिसिन, अपोलो स्पेक्ट्रा हॉस्पिटल, जयपुर

सवाल: बारिश में सबसे ज्यादा सांप कहां मिलते हैं?

जवाब: बारिश में सांप अपने ठिकाने छोड़कर ऐसी जगहों पर जाते हैं जहां पानी कम हो और छिपने की जगह मिले। ये जगहें हैं:

  • पानी भरे इलाके: नदी, तालाब और पानी के गड्ढों के आसपास।
  • झाड़ियां और लंबी घास: खेतों, जंगलों और बगीचों में।
  • कंस्ट्रक्शन साइट्स: अधूरी इमारतों में सांप छिप जाते हैं।
  • पहाड़ी रास्ते: ट्रेकिंग के दौरान सांपों का खतरा बढ़ जाता है।
  • बांस के जंगल: यहां सांपों को छिपने की परफेक्ट जगह मिलती है।
  • घरों के आसपास: कचरे के ढेर, दरारें और खुली नालियां सांपों को आकर्षित करती हैं।

सवाल: सांपों से बचने के लिए क्या करें?

जवाब: सांपों से डरने की बजाय स्मार्ट बनें। कुछ तरीकों से आप खुद को सेफ रख सकते हैं। सबसे अपने घर को सुरक्षित बनाएं-


  • मच्छरदानी लगाकर सोएं: अगर आप जमीन पर सोते हैं तो इसे अपनी आदत बनाएं।
  • साफ-सफाई रखें: घर के आसपास कचरा, घास, या लकड़ियां जमा न होने दें।
  • दरवाजे-खिड़कियां बंद करें: जाली या डोर स्वीप्स यूज करें ताकि सांप अंदर न घुसें।
  • नालियों को ढकें: ग्रिल्स लगाकर सांपों का रास्ता रोकें।

अगर जंगल के आसपास हैं तो बाहर निकलते वक्त-

  • लॉन्ग बूट्स पहनें: खेत, जंगल या पहाड़ों में पैरों को ढंककर रखें।
  • लकड़ी का इस्तेमाल: जमीन पर लकड़ी से ठक-ठक करें, सांप वाइब्रेशन से भागते हैं।
  • सांपों के छिपने की जगहों से बचें: पत्थर, लकड़ियों या गड्ढों को न छुएं।

सवाल: घर में या आसपास सांप दिखे तो क्या करें?

जवाब: अगर आपकी दुकान या घर में सांप दिख जाए, तो घबराएं बिना आसानी से ये काम करें-

  • शांत रहें, सांप से थोड़ी दूरी बनाएं और उसे डिस्टर्ब न करें।
  • हल्का सा केरोसिन या फिनाइल छिड़क दें, इसकी गंध सांपों को भगाती है।
  • प्रोफेशनल बुलाएं, वन विभाग या सांप विशेषज्ञ को कॉल करें।
  • खुद न पकड़ें, सांप को मारने या पकड़ने की कोशिश खतरनाक हो सकती है।
  • हेल्पलाइन पर यानी वाइल्डलाइफ SOS- 9917109666 पर तुरंत कॉल करें।

सवाल: भारत के सबसे जहरीले सांप कौन से हैं?

जवाब: भारत में 4 सांप ऐसे हैं जो सबसे ज्यादा मौतों के लिए जिम्मेदार हैं:

कोबरा का न्यूरोटॉक्सिक जहर सांस लेने की प्रक्रिया को रोक देता है। वहीं, रसेल वाइपर का हीमोटॉक्सिक जहर खून को जमाता है और अंदरूनी ब्लीडिंग की वजह बन सकता है। भारत के 4 सबसे जहरीले सांपों के बारे में जानिए-

सवाल: सांप काटने पर किस तरह के लक्षण दिख सकते हैं?

जवाब: सांप के काटने पर शरीर में कई तरह के लक्षण दिख सकते हैं, जो इस बात पर निर्भर करते हैं कि सांप जहरीला था या नहीं और अगर था तो किस तरह का जहर था। सांप जहरीला होने पर इसके मुख्य लक्षण ग्राफिक में देखिए-

सवाल: सांप के काटने पर फर्स्ट एड के तौर पर क्या करना चाहिए?

जवाब: सांप के काटने पर फर्स्ट एड के तौर पर यह उपाय अपना सकते हैं। पीड़ित को सीधा लिटाकर रखना चाहिए क्योंकि शरीर में हलचल होने से जहर फैल सकता है। सांप के काटने पर जहर तुरंत शरीर में नहीं फैलता है। इसका मेडिकल ट्रीटमेंट संभव है। इसलिए पीड़ित व्यक्ति को ढांढस बंधाएं। पीड़ित के शरीर से आभूषण जैसे अंगूठी, पायल, चेन, कड़ा, कंगन, घड़ी या जूता-चप्पल सभी चीजें उतार दें। कोशिश करते रहें कि पीड़ित व्यक्ति बेहोश न हो। अगर सांप ने पीड़ित के हाथ में काटा है तो उसे नीचे की ओर लटकाकर रखें। ऐसा करने से जहर दिल तक पहुंचने में वक्त लगेगा। अगर सांप ने व्यक्ति के पैर में काटा है तो पलंग से पैर को नीचे की तरफ लटका दें। जिस अंग में सांप ने काटा है, उसे हिलने-डुलने या चलने-फिरने न दें क्योंकि वह अंग जितना मूवमेंट करेगा, जहर उतना ही शरीर में फैलेगा।

सवाल: सांप के काटने पर क्या इलाज है?

जवाब: डॉ. रोहित शर्मा के मुताबिक, सांप के काटने पर इलाज इस बात पर निर्भर करता है कि पीड़ित को किस सांप ने काटा है। अगर सांप को किसी ने नहीं देखा है तो यह पता लगाना बहुत मुश्किल हो जाता है कि सांप किस प्रजाति का है। ऐसे में इलाज करना चुनौतीपूर्ण होता है। ऐसे अधिकांश मामलों में डॉक्टर्स सांप के काटने के निशान और पीड़ित के लक्षणों पर ध्यान देते हैं।

किस सांप का जहर किस तरह असर करता है?

करैत और कोबरा में सांप में न्यूरोटॉक्सिक जहर होता है, जिसके काटने से शरीर में पैरालिसिस, लंग्स कोलैप्स, सांस फूलना, बेहोशी जैसी हालत होती है। ऐसे ज्यादातर मामलों में वेंटिलेटर और आर्टिफिशियल ऑक्सीजन की जरूरत होती है। गौरतलब है कि न्यूरोटॉक्सिक जहर तुरंत असर करता है। इसका इलाज जल्द-से-जल्द होना बहुत जरूरी होता है। जबकि हीमोटॉक्सिक जहर में सूजन, शरीर के ऊपरी अंगों में दर्द बढ़ना, ब्लड क्लॉटिंग और मांसपेशियों में जकड़न जैसे लक्षण दिखते हैं। हीमोटॉक्सिक जहर धीरे-धीरे शरीर में फैलता है। रसेल वाइपर और सॉ-स्केल्ड वाइपर में हीमोटॉक्सिक जहर होता है।