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जोहरान ममदानी से मिलने के लिए तैयार हुए डोनाल्ड ट्रंप, सामने आई मुलाकात की तारीख

जीत के बाद ममदानी ने ट्रंप पर साधा था निशाना

जीत के बाद अपने जोशीले भाषण में ममदानी ने ट्रंप को सीधी चुनौती दी थी। ट्रंप अपने दूसरे कार्यकाल में अवैध प्रवासियों पर सख्त कार्रवाई कर रहे हैं, जबकि ममदानी ने कहा था कि न्यूयॉर्क शहर को प्रवासी ही ताकत देते हैं और अब यह शहर 'एक प्रवासी के नेतृत्व में चलेगा'। ममदानी ने कहा था, 'आखिरकार, अगर कोई डोनाल्ड ट्रंप द्वारा धोखा दिए गए देश को उन्हें हराने का तरीका दिखा सकता है तो वह न्यूयॉर्क ही है जिसने उन्हें शिखर पर पहुंचाया। अगर किसी तानाशाह को डराने का कोई तरीका है, तो वह उन्हीं परिस्थितियों को खत्म करना है जिन्होंने उसे सत्ता हासिल करने में मदद की। यही तरीका है ट्रंप को रोकने का और आने वाले अगले ट्रंप को रोकने का भी। तो डोनाल्ड ट्रंप, मैं जानता हूं आप देख रहे हैं। मैं 4 शब्द कहूंगा, आवाज और तेज करो!'

'मैं सचमुच न्यूयॉर्क से बहुत प्यार करता हूं'

ट्रंप ने ममदानी के इस भाषण को 'बहुत गुस्से वाला' बताया था और कहा था कि अगर वह वॉशिंगटन के प्रति सम्मान नहीं दिखाएंगे तो उनके सफल होने की कोई संभावना नहीं है। यह पूछे जाने पर कि क्या वह ममदानी से संपर्क करेंगे, तो ट्रंप ने कहा था, 'उन्हें हमसे संपर्क करना चाहिए। मुझे लगता है कि उन्हें ही आगे आना चाहिए। मैं तो यहां हूं। देखते हैं क्या होता है। लेकिन मुझे लगता है कि उनके लिए हमसे संपर्क करना ज्यादा उचित होगा। मैं दुविधा में हूं क्योंकि मैं चाहता हूं कि नया मेयर अच्छा करे, क्योंकि मुझे न्यूयॉर्क बहुत प्यारा है। मैं सचमुच न्यूयॉर्क से बहुत प्यार करता हूं।' ट्रंप ममदानी को 'कम्युनिस्ट' कहते रहे हैं और उनका कहना है कि हजारों साल से कम्युनिज्म कभी कामयाब नहीं हुआ। उन्होंने कहा, 'कम्युनिज्म या कम्युनिज्म का विचार कभी काम नहीं कर सका। मुझे शक है कि इस बार भी काम करेगा।'

ममदानी ने चुनाव जीतकर रचा था इतिहास

जोहरान ममदानी ने न्यूयॉर्क मेयर का बेहद चर्चित चुनाव जीतकर इतिहास रच दिया था। वह अमेरिका के सबसे बड़े शहर के पहले दक्षिण एशियाई और पहले मुस्लिम मेयर बन गए हैं। भारतीय मूल के ममदानी मशहूर फिल्मकार मीरा नायर और कोलंबिया यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर महमूद ममदानी के बेटे हैं। उनका जन्म युगांडा की राजधानी कंपाला में हुआ था। वह 7 साल की उम्र में परिवार के साथ न्यूयॉर्क आ गए थे और 2018 में ही अमेरिकी नागरिक बने थे।