PM मोदी अयोध्या राम मंदिर पहुंचे:रोड शो के बाद सप्त ऋषियों के दर्शन किए, थोड़ी देर में धर्म ध्वजा फहराएंगे
स्कूली छात्रों ने काफिले पर फूल बरसाए। जगह-जगह महिलाओं ने उनका स्वागत किया। अब PM राम मंदिर पहुंच गए हैं। यहां उन्होंने सप्त ऋषियों के दर्शन किए और जलाशय भी देखा। दोपहर साढ़े 12 बजे अभिजीत मुहूर्त में मोदी ध्वजा फहराएंगे। उनके बटन दबाते ही 2 किलो की केसरिया ध्वजा 161 फीट ऊंचे शिखर पर फहरने लगेगी।
इसके साथ ही राम मंदिर को पूर्ण माना जाएगा। कार्यक्रम में करीब 7 हजार लोग मौजूद रहेंगे। शहर को 1000 क्विंटल फूलों से सजाया गया है। संघ प्रमुख मोहन भागवत सोमवार को ही मंदिर पहुंच चुके हैं। मंदिर पर लगने वाली धर्मध्वजा भयानक तूफान में भी सुरक्षित रहेगी और हवा बदलने पर बिना उलझे पलट जाएगी। इसके दंड पर 21 किलो सोना मढ़ा गया है। ध्वजा 4 किमी दूर से दिखाई देगी।
पीएम मोदी का पूरा शेड्यूल जानिए
- PM मोदी का विमान सुबह 9.30 बजे महर्षि वाल्मीकि अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा पर उतरेगा। वह एयरपोर्ट से साकेत कॉलेज तक हेलिकाप्टर से जाएंगे। यहां से 9.40 बजे PM 1.5Km का रोड शो करेंगे।
- राम मंदिर के शंकराचार्य द्वार से मंदिर में करीब 10 बजे प्रवेश करेंगे। PM सप्त मंदिर परकोटा, शेषावतार मंदिर देखेंगे। पहली मंजिल के राम दरबार में पहुंचेंगे और पूजन करेंगे।
- RSS प्रमुख मोहन भागवत के साथ PM 12 से 12.30 बजे के बीच अभिजीत मुहूर्त में राम दरबार की पूजा और ध्वजारोहण करेंगे। भगवा ध्वज को वह एक बटन दबाकर फहराएंगे।
जिस दंड पर ध्वजा फहराई जानी है। वहां मुंबई के कारीगरों ने 21 Kg सोना मढ़ा है। यह काम सोमवार तक होता रहा। बता दें कि राम मंदिर के सभी दरवाजों पर 3-3 Kg सोना मढ़ा जा चुका है। ट्रस्ट ने यह जानकारी सार्वजनिक नहीं की है कि दंड पर लगने वाला सोना किसने दान किया है। राम मंदिर के शिखर पर फहराए जाने वाले ध्वज का विधिवत महापूजन पूरा हो चुका है। ध्वज पूजन में वैदिक विधान के साथ यज्ञ वेदी पर स्थापित किया गया। आचार्यों ने गणपति पूजन, पंचांग पूजन, षोडष मातृका पूजन कराया। इसके बाद योगिनी पूजन, क्षेत्रपाल पूजन, वास्तु पूजन, नवग्रह पूजन, और प्रधान मंडल के रूप में रामभद्र मंडल व अन्य समस्त पूज्य मंडलों का आवाहन पूजन किया।
यजमान डॉ. अनिल मिश्र ने पूजन किया। आचार्यों ने गंगा जल और पुष्प जल से ध्वज का अभिषेक किया। इसके बाद ध्वज पर अक्षत और चंदन लगाया गया, शंखध्वनि और नगाड़ों की गूंज के बीच कलशों से मंगल-जल छिड़का गया। आखिर में ध्वज को 'राम नाम' के उच्चारण के साथ आसन पर स्थापित किया गया। अब 25 नवंबर को यही ध्वज फहराया जाएगा।
पहली बार श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से श्रीराम विवाहोत्सव का आयोजन किया जा रहा। विवाहोत्सव के लिए शनिवार को जनकपुर से तिलक भी अयोध्या पहुंच चुका है। विवाह पंचमी के दिन 25 नवंबर को श्री सीताराम विवाहोत्सव की परंपरा निभाई जाएगी।
विवाहोत्सव की व्यवस्था संभाल रहे विहिप के केंद्रीय मंत्री राजेंद्र सिंह पंकज कहते हैं- जनकपुर के मेयर समेत 30 लोगों का दल भगवान श्रीराम का तिलक लेकर शनिवार को अयोध्या पहुंचे थे। नेपाल में जनकपुर मेयर मनोज कुमार शाह तिलक लेकर अयोध्या पहुंचे थे और उन्हें तिलक का सामान सौंपा गया।
बिड़ला स्थल पर श्रीराम और जानकी का विवाहोत्सव संपन्न होगा, इसके लिए मंडप सजाया गया। विवाह का शुभ मुहूर्त शाम सात बजे का है। आचार्यगण वैदिक मंत्रों के मध्य जयमाला का आयोजन करेंगे, और उसी समय पूरा परिसर मंगत गीतों से गूंज उठेगा।
जानकी महल के ट्रस्टी आदित्य सुल्तानिया ने बताया कि 25 नवंबर को भव्य राम बारात निकाली जाएगी। जिसमें 1 हजार बराती शामिल होंगे। उससे पहले विवाह की रस्में विधिविधान से पूरी की जा रही हैं।
हल्दी अक्षत-सुपारी लगाकर मठ-मंदिरों को राम बारात का निमंत्रण भेजा रहा है। आज राम समेत चारों भाइयों को हल्दी लगाई जाएगी। वहीं रंगमहल, लक्ष्मण किला, विअहुति भवन, बड़ा भक्तमाल, राम हर्षण कुंज सहित अन्य मंदिरों में राम विवाहोत्सव की धूम है।
राम मंदिर में पहली बार राम-सीता विवाह उत्सव मनाया जा रहा है। इस दौरान 7 हजार लोगों के पहुंचने का अनुमान है। इनमें से ढाई हजार लोगों के रुकने के लिए तीर्थ पुरम में टेंट सिटी बसाई जा रही है। पहले 25 नवंबर के आयोजन में मेहमानों को मोबाइल ले जाने की अनुमति दी गई थी। मगर दिल्ली में ब्लास्ट होने के बाद 1 बदलाव किया गया है। अब मेहमान अपने साथ मोबाइल अंदर नहीं ले जा सकेंगे।
- 25 नवंबर को सभी मेहमानों को सुबह 8 से 10 बजे के दरम्यान मंदिर में प्रवेश करना होगा।
- मंदिर ट्रस्ट ने परिसर में मेहमानों के लंच की व्यवस्था की है।
- राम जन्मभूमि परिसर में मेटल डिटेक्टर, डॉग स्क्वॉड और सर्विलांस बढ़ाई जा रही है।
