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क्या डायबिटीज में गर्म पानी से नहाना खतरनाक है? शरीर में इंसुलिन को बिगाड़ सकती है ये आदत

डायबिटीज में गर्म पानी से नहाना 

डायबिटीज को मरीज को लगातार ग्लूकोज़ मॉनिटर (सीजीएम) पहनते हैं उनका कहना है कि गर्म पानी से नहाने, शावर लेने या हॉट टब में जाने के बाद उनका ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है। हालांकि कई बार CGM की रीडिंग गलत भी हो सकती है। यह गर्मी के रिएक्शन में एड्रेनालाईन और कोर्टिसोल सहित तनाव हार्मोन के निकलने की वजह से हो सकता है। आपके शरीर में यह प्रतिक्रिया Counteract Insulin हो सकती है। जिसमें लिवर जमा ग्लूकोज को छोड़ने लगता है। इससे खून में शुगर बढ़ जाता है। 

कुछ रिसर्च में ये भी पाया गया है कि गर्म पानी से नहाने से त्वाच के अंदर मौजूद अंतरालीय द्रव लूज हो जाता है। इसी से सीजीएम सेंसर ग्लूकोज के स्तर की निगरानी करता है और ब्लड शुगर हाई दिखाने लगता है। 2023 में हुए एक रिसर्च में पाया गया कि कुछ स्वस्थ पुरुषों के लिए गर्म पानी में डुबकी लगाने से शरीर में अवशोषित ग्लूकोज की मात्रा कम हो सकती है, जिससे रक्त शर्करा के स्तर में अस्थायी वृद्धि हो सकती है।

क्या गर्म पानी से नहाने से शुगर कम होता है?

कुछ लोग मानते हैं जब वो गर्म पानी से नहाते हैं तो उनका ब्लड शुगर कम हो जाता है। शोध बताते हैं कि यह आपकी त्वचा पर अत्यधिक गर्मी और गर्म पानी के प्रभाव का परिणाम है, क्योंकि इससे रक्त वाहिकाएं चौड़ी हो सकती हैं और आपके शरीर में इंसुलिन का अवशोषण तेज़ी से हो सकता है। अगर आपने हाल ही में कोई इंसुलिन लिया है और आपके शरीर में इंसुलिन ऑन बोर्ड (IOB) है, तो इस तेज अवशोषण से ब्लड शुगर कम हो सकता है और हाइपोग्लाइसीमिया हो सकता है। कई शोध बताते हैं कि टाइप 2 मधुमेह वाले लोगों के लिए स्टीम बाथ ब्लड शुगर के स्तर को कम करने का एक और तरीका हो सकता है।

डायबिटीज में कैसे पानी से नहाना चाहिए?

डायबिटीज के मरीज को हल्का गुनगुने पानी से नहाना चाहिए। हालांकि हाई ब्लड शुगर होने पर आपको बहुत ज्यादा समय तक और बहुत ज्यादा गर्म पानी से नहाने से बचना चाहिए। इससे पैरों की त्वचा में इंफेक्शन होने, घाव होने या त्वचा निकलने का खतरा बढ़ जाता है। सर्दियों में गुनगुने पानी से शावर लेना शरीर को रिलेक्स करता है।